पानी में डूबे बच्चों को मां ने बचा लिया, खुद नहीं बच पाई

गिट्टी की बंद खदान में भरे पानी में डूब रहे बच्चों को बचाने में लगा दी जान की बाजी

पानी में डूबे बच्चों को मां ने बचा लिया, खुद नहीं बच पाई
पानी में डूबी महिला को निकालते ग्रामीण।

✍सर्च इंडिया न्यूज, रतलाम। 
मां तो मां होती है, बच्चों के लिए मां बड़ा कोई नही होता, वह अपने बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी जिंदगी तक दांव पर लगा देती है। कई बार महिलाओं ने अपनी जान की बाजी लगाकर अपने बच्चों बचाया है, फिर भले ही उनकी जान क्यों न चली गई। ऐसा ही मामला जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कुआझागर  में हुआ, जहां बंद पड़ी गिट्टी की खदान में भरे पानी मे डूब रहे अपने दो मासूम बच्चों को बचाने के लिए उनकी मां ने अपनी जान की परवाह किए बगैर गहरे पानी मे छलांग लगा दी और जैसे-तैसे दोनों बच्चों को तो बाहर निकाल दिया, लेकिन वह बाहर नहीं निकल पाई तथा पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई।

         जानकारी के अनुसार ग्राम कुआझागर के समीप बहुत पहले गिट्टी की खदान थी, जो बंद हो चुकी है। वहां बड़ा व गहरा गड्ढा है, जिम्समें बारिश का पानी भरा हुआ है तथा उस स्थान ने छोटे तालाब जैसा रूप ले लिया है। लोग वहां नहाने व कपड़े धोने जाते है। शनिवार दोपहर कुआझागर निवासी 30 वर्षीय प्रमिला पत्नी  सूरपाल निनामा  अपने दो बच्चों 5 वर्षीय नीरज व तीन वर्षीय जगदीश के साथ वहां कपड़े धोने व नहाने गई थी। दोनों बच्चे किनारे पर पानी मे नहा रहे थे तथा प्रमिला भी किनारे पर  कपड़े धो रही थी। इसी बीच दोपहर करीब तीन बजे दोनों बच्चे गहरे पानी मे चले गए तथा डूबने लगे। मां प्रमिला ने उन्हें डूबता देखा तो बगैर देर किए गहरे पानी में छलांग लगा दी। जैसे-तैसे उसने दोनों बच्चों को किनारे तक पहुंचाकर बचा लिया, लेकिन वह बाहर नहीं निकल पाई और पानी में डूब गई। घटना की जानकारी मिलने पर आसपास ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस भी मौके पर पहुंची। कुछ ग्रामीण गहरे पानी मे पहुंचे प्रमिला को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया। 
          पानी से भरे गड्ढे में डूबने से किशोरी की मौत
       ग्राम करमदी के पास से गुजर रहे रिंगरोड के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से करमदी निवासी 13 वर्षीय रानू पुत्री गवरनाथ की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार रानू शुक्रवार को अपनी  सहेलियों के साथ करमदी से करीब डेढ़ किमी दूर रिंगरोड के पास बकरियां चराने गई थी। तभी शुक्रवार शाम पैर फिसलने से रानू पानी से भरे गड्ढे में जा गिरी। सहेलियां दौड़ कर ग्राम करमदी पहुंची तथा रानू के परिजन व अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। परिजन व अन्य लोग वहां पहुंचे तथा रानू को बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।  पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन को सौंप दिया है, मामले की जांच की जा रही है।