पढ़ाई करने के दस साल बाद भी बेरोजगार घूम रहे युवा, अनेक विभागों के रिक्त पद भरे जाए

सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने विधानसभा में बेरोजगारी पर चिंता जताते हुए रिक्त पद भरने व गांवों में आदिवासी छात्रावास बनाने की मांग

पढ़ाई करने के दस साल बाद भी बेरोजगार घूम रहे युवा, अनेक विभागों के रिक्त पद भरे जाए
-----------------------------------------------------------

✍सर्च इंडिया न्यूज, रतलाम। 
मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में  सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं से जुड़े दो महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। इनमें एक मुद्दा बेरोजगारी और दूसरा मुद्दा छत्रावास का है।
विधानसभा में मुद्दे उठाते हुए विधायक डोडियार ने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत, पंचायत और ग्रामीण विकास जैसे विभागों में लंबे समय से रिक्त पद युवाओं के भविष्य के लिए संकट बनते जा रहे हैं। डोडियार ने सरकार से मांग की कि इन विभागों में शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि वे युवा जो वर्षों से पढ़ाई कर रहे हैं और अब ओवरएज हो चुके हैं, उन्हें नौकरी का अवसर मिल सके।
डोडियार ने कहा कि आज भी हमारे क्षेत्र के युवा 10-10 साल पढ़ाई करने के बाद बेरोजगार घूम रहे हैं। यदि सरकार समय पर अवसर नहीं देगी, तो यह पीढ़ी हताशा में चली जाएगी।
दूसरी मांग के रूप में उन्होंने आदिवासी अंचल में नए छात्रावासों और आश्रमों के निर्माण की आवश्यकता जताई। डोडियार ने कहा कि आदिवासी इलाकों में कई गांव ऐसे हैं जहां स्कूल दूर-दराज हैं और सड़क सुविधा भी बेहद सीमित है। बारिश के मौसम में बच्चों को स्कूल पहुंचना बहुत मुश्किल हो जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि 4-5 गांवों के समूह में एक छात्रावास बनाया , जिससे बच्चों को शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़े। उन्होंने मौजूदा छात्रावासों की क्षमता बढ़ाने और नए भवनों के निर्माण की भी मांग रखी।
                        बाहर पढ़ने में दिक्कत होती है
           अपने अनुभव साझा करते हुए विधायक डोडियार ने कहा कि मैंने खुद रतलाम, इंदौर और दिल्ली जैसे शहरों में पढ़ाई की है। मुझे पता है बाहर पढ़ने में कितनी दिक्कत होती है। मैं नहीं चाहता कि सैलाना विधानसभा के बच्चों को वो सब सहना पड़े जो मैंने सहा। विधायक डोडियार कि उनकी मांग न केवल आदिवासी समुदाय बल्कि पूरे मालवा-निमाड़ अंचल के युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र की जररूत है।