स्कूल में बच्चों को खीर-पूड़ी की जगह सेव-परमल खिलाने पर प्रधानाध्यापिका, जनशिक्षक सहित तीन निलंबित
स्व सहायता समूह से मध्यान्ह भोजन व्यवस्था वापस ली, ग्राम पंचायत को सौंपी व्यवस्था

✍सर्च इंडिया न्यूज, रतलाम ।
जिले के ग्राम लालगुवाड़ी स्थित शासकीय प्राथमिक स्कूल में बच्चों को खीर-पूड़ी की जगह सेव-परमल खिलाने के मामले की प्रशासन ने जांच पूरी कर ली है। जांच के बाद गुरुवार को स्कूल की प्रधानाध्यापिका, विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक व जनशिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
मामला यह है कि ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी के ग्राम लालगुवाड़ी में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय लालगुवाड़ी में दो दिन पहले मध्यान्ह भोजन के एवज में छात्र-छात्राओं को सेव-परमल वितरित किए गए थे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था । मामला संज्ञान में आने पर जिला पंचायत रतलाम के सीइओ ( मुख्य कार्यपालन अधिकारी) श्रृंगार श्रीवास्तव ने जिला पंचायत की मध्यान्ह भोजन शाखा के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी निर्देशक शर्मा को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जांच की गई। जांच में विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर, प्रधानाध्यापिका विजया मैड़ा एवं सरस्वती स्व सहायता समूह की अध्यक्ष व सचिव को दोषी पाया गया । जांच प्रतिवेदन के आधार पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रृंगार श्रीवास्तव द्वारा विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर एवं शासकिया प्राथमिक विद्यालय लालगुवाड़ी की प्रधानाध्यापिका श्विजया मैड़ा को मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1965 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया । साथ ही सरस्वती स्व सहायता समूह को स्कूल की मध्यान्ह भोजन व्यवस्था तत्काल प्रभाव से पृथक कर मध्यान भोजन व्यवस्था ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी को सौंपी गई है।